कक्षा 10 पाठ 5 जैव प्रक्रम NCERT NOTE ANSWER Class 10 Lesson 5 Biological Process

 कक्षा 10 पाठ 5 जैव प्रक्रम NCERT NOTE ANSWER Class 10 Lesson 5 Biological Process


1. धमनी एवं शिरा में अंतर बताइये 

उत्तर - धमनी - 

1. इसकी दीवारें मोटी मासल तथा इलास्टिक होती है 

2. इसमें ल्यूमेन संकीर्ण होता है 

3. यह ह्रदय से रक्त लेकर उसका संवहन सम्पूर्ण शरीर को करती है  

4. इसमें कपाट नहीं पाए जाते हैं 

शिरा - 

1. इसकी दीवारें पतली तथा बिना लचक वाली होती है 

2. इसमें ल्यूमेन चौड़ा होता है 

3. यह सम्पूर्ण शरीर को रक्त को लेकर ह्रदय में पल्मोनरी शिरा को छोड़कर शेष सभी आँक्सीजनित रक्त का संवहन करती है 

4. इसमें कपाट पाए जाते हैं 


2. वायवीय श्वसन एवं अवायवीय श्वसन में मुख्य अंतर लिखिए 

उत्तर - वायवीय श्वशन - 

1. यह ऑक्सीजन की उपस्थिति में होता है 

2. यह प्रक्रिया कोशिकाद्रव्य तथा  माइक्रोकांड्रिया  में होता है 

3. इसका अंतिम उत्पाद CO2 तथा पानी है 

4. इसमें भोज्य  पदार्थो का पूर्ण रूप से ऑक्सी करण होता है 

अवायवीय श्वशन - 

 1. यह ऑक्सीकरण की अनुपस्थिति में होता है 

2. यह केवल कोशिकाद्रव्य में होता है 

3. इसमें भोज्य पदार्थ का अपूर्ण रूप से  ऑक्सीकरण होता है 

4. इसका अंतिम उत्पाद CO2 तथा अल्कोहल है 


3. अमीबा अपना पोषण कैसे प्राप्त करता है | 

उत्तर - अमीबा एक कोशिकीय जीव है इसमें अलग से पाचन के लिए कोई अंग नहीं होता | इसमें अलग से पाचन के लिए  नहीं होता इसमें भोजन का अंतग्रहण निपोसाइटोसिस  विधि द्वारा होता है खाद्य पदार्थ के कण अमीबा की कोशिका भित्ति  से  चिपक जाता है कोशिका भित्ति वहीं से अंदर धंसकर पाचन नलिका बना लेती है

खाद्य पदार्थो के कण इसमें अंदर कोशिका द्रव में चला जाता है  यह खाद्य पदार्थ खाद्य रिक्तिकाओं में आ जाता है कोशिका द्रव से पाचन रस निकलकर खाद्य रिक्तिकाओं में आ जाते है और  यहाँ पाचन की क्रिया होती है | 


4. उत्सर्जन का महत्त्व लिखिए 

उत्तर - सजीवों के शरीर में उपापचयी क्रियाएँ निरंतर होती रहती है इससे विभिन्न उपयोगी पदार्थ का निर्माण होता है  जो कोशिकाओं एवं ऊतकों  द्वारा अवशोषित कर लिया जाता है जबकि वजर्य पदार्थ शरीर के लिए अनुपयोगी    है  इन्ही अनुपयोगी या वजर्य पदार्थो को शरीर से बाहर  निकलना आवश्यक है नहीं  शरीर में अपना दुष्प्रभाव डालते हैं  

अतः उत्सर्जन में  इन्ही अनुप्रयोगी पदार्थ को शरीर से बाहर निकला जाता है वह अंग जिनके द्वारा उत्सर्जी पदार्थो को  शरीर से बाहर निकाला जाताहै  उत्सर्जी अंग कहलाता है | 


5. प्रकाश संश्लेषण क्या है समीकरण सहित लिखिए | 

उत्तर - प्रकाश संश्लेषण स्वपोषी कार्बन तथा ऊर्जा की आवश्यकताएँ प्रकश संश्लेषण द्वारा पूरी होती है यह वह प्रक्रम है जिसमें  स्वपोषी बाहर के लिए पदार्थो को ऊर्जा संचित रूप में परिवर्तन कर देता है ये पदार्थ कार्बन डाइऑक्साइड  तथा क्लोरोफिल की उपस्थिति में कार्बोहाइड्रेड में परिवर्तित कर दिए जाते हैं कार्बोहाइड्रेड पौधों को ऊर्जा प्रदान करने में  प्रयुक्त होते है प्रकाश संश्लेषण एक उपापचयी क्रिया है 


6. स्वयं पोषण एवं विषमपोषी में क्या अंतर है | 

उत्तर - 

पेड़ पौधे अपना भोजन प्रकाश संश्लेषण की प्रक्रिया द्वारा स्वयं बनाते हैं उनके इस पोषण को स्वपोषी पोषण कहते है 

जो जीव अपना भोजन स्वयं नहीं बनाते बल्कि अपने पोषण के लिए अन्य जीवों [पौधों एवं जंतुओं ] पर निर्भय रहते हैं ऐसे जीवों का पोषण विषमपोषी पोषण कहलाते है | 


7. हीमोग्लोबिन की कमी से क्या परिणाम हो सकते है | 

उत्तर -  हीमोग्लोबिन श्वशन वर्णक है जो ऑक्सीजन के लिए उच्च बंधुता रखना है तथा शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन का स्थानांतरण करता है इसलिए रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी रक्त में ऑक्सीजन क्षमता को प्रभावित कर सकता है इससे शरीर की कोशिकाओं में ऑक्सीजन की कमी सकती है तथा एनीमिया नामक बीमारी हो सकती है  | 

8. जाइलम एवं फ्लोएम में अंतर लिखिए

उत्तर - 1. जाइलम जड़ों द्वारा अवशोषित जल एवं खनिजों को पतियों तक परिवहन करते हैं | 

2.  जाइलम मृत ऊतक होते हैं 

3. इनमें संवहन नलिकाएं होती हैं 

4. इनकी भित्ति बहुत मोटी होती है

फ्लोएम -

1. फ्लोएम पतियों द्वारा निर्मित खाद्य पदार्थों को वृक्ष के विभिन्न भागों तक परिवहन करते हैं 

2. फ्लोएम  जीवित ऊतक होते हैं 

3. इनमें चालनी  नलिकाएं होती हैं 

4. इनकी  भित्ति कम मोटी होती है 


9. रक्त एवं लसिका में अंतर लिखिए| 

उत्तर - रक्त लाल रंग का संयोजी  तरल ऊतक होता है 

2. इसमें अधिक प्रोटीन पाए जाते हैं 

3. इसमें लाल रक्त कणिकाएं होती हैं 

4. इसमें उत्सर्जी पदार्थ का मात्रा में पाए जाते हैं

लसीका -

1. लसिका रंगहीन हैं संयोजी तरल ऊतक होता है 

2. इसमें कम प्रोटीन पाए जाते हैं 

3.  इसमें लाल रक्त कणिकाएं नहीं होती है 

4. इसमें उत्सर्जी पदार्थ अधिक मात्रा में पाए जाते हैं


10. हमारे आमाशय में अम्ल की भूमिका क्या है तथा एंजाइम के क्या कार्य हैं

उत्तर - 

हमारे आमाशय में अम्ल भोजन के साथ आये हानिकारक जीवाणुओं को नष्ट करता है तथा मध्यम को अम्लीय बनता है जो की पेप्सिन एंजाइम की क्रिया में सहायक होता है 

पाचन एंजाइम जटिल कार्बनिक पदार्थो को सरल पदार्थ में परिवर्तित करने में सहायक होते हैं यह कार्बोहाइड्रेट को ग्लूकोस में वसा को वसीय अम्लों में तथा प्रोटीन को अमीनो अम्ल में परिवर्तन करके भोजन का पाचन करते हैं


11. भोजन के पाचन में लार की क्या भूमिका है

उत्तर - मुंह में स्थिर लार ग्रंथियां से लार निकालकर चबाये हुए भोजन में मिलकर चिकना तथा लसलसा बनाता है जिसमें यह भोजन नली से आसानी से नीचे आ जाता है 

लार में उपस्थित एंजाइम एमाइलेज मण्ड के जटिल अणुओं को शर्करा के सरल अणुओं में खण्डित कर देती है 


12. वृक्काणु की रचना एवं क्रियाविधि का वर्णन कीजिए| 

उत्तर - वृक्काणु नेफ्रॉन की रचना -

विकृत में अनेक आधारित निस्यंदन एकल  होते हैं जिन्हें वृक्काणु  कहते हैं इसमें बहुत पतली भित्ति वाली रुधिर कोशिकाओं को गुच्छे होता है जो की एक नलिका के कप  के आकार के सिरे के अंदर होता है इसे बोमन सम्पुट  कहते हैं

वृक्काणु  की क्रियाविधि -

वृक्काणु की नलिका केशिका गुच्छे में छने हुए मूत्र जिसमें यूरिया यूरिया अम्ल  होते हैं को एकत्रित कर लेती है इससे प्रारंभिक निस्यंद में कुछ उपयोगी पदार्थ ग्लूकोस अमीनो अम्ल लवण और प्रचुर मात्रा में जल में रह जाते हैं 

नलिका में मूत्र जैसे जैसे आगे बढ़ता है उन पदार्थों का चयनित पुनरावशोषण हो जाता है यह मूत्र प्रत्येक वृक्काणु  नलिका में संग्रह को मूत्र वाहिनी में एकत्रित होता है जहाँ से मूत्राशय से जाकर एकत्रित हो जाता है| 


13. मानव पाचन तंत्र का नामांकित चित्र बनाइये | 

उत्तर - 


                                                                  chitra manav pachan tantra 


14. मानव ह्रदय का चित्र बनाइये 

उत्तर - 


                                                                    chitra manav hriday 


15. मानव वृक्काणु का चित्र बनाइये | 

उत्तर 


                                                                    मानव वृक्काणु का चित्र



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