वन एवं वन्य जीव संसाधन अध्याय 2 समकालीन भारत कक्षा 10th Forest and Wildlife Resources - Chapter 2 Contemporary India Class 10th

 वन एवं वन्य जीव संसाधन - अध्याय 2 समकालीन भारत कक्षा 10th

Forest and Wildlife Resources - Chapter 2 Contemporary India Class 10th -



> बहु - विकल्पीय प्रश्न एवं एक शब्द में उत्तर - 

1. 'प्रोजेक्ट टाइगर ' परियोजना कब प्रारंभ हुई ?

उत्तर - 1973 


2. स्थायी वनों का सार्वजानिक क्षेत्र किस प्रदेश में है ?

उत्तर - मध्य प्रदेश 


3. भारत में वन्य जीव सुरक्षा अधिनियम कब पारित हुआ ?

उत्तर - 1972 


4. भारत में कितने प्रतिशत स्तनधारियों के लुप्त होने  खतरा है ?

उत्तर - 20 प्रतिशत 


5. भारत में विश्व की सारी जैव उपजातियों की कितने प्रतिशत संख्या पाई जाती है। 

उत्तर - 8 %


6.  इनमे से कौन सी टिप्पणी प्राकृतिक वनस्पतिजात  और प्राणिजात के ह्रास का सही कारण नहीं है ?

क. कृषि प्रसार 

ख. वृहत स्तरीय विकास परियोजनाएँ 

ग. पशुचारण और ईंधन लकड़ी एकत्रित करना 

घ. त्रीव्र औद्योगीकरण और शहरीकरण 

उत्तर - [ ग ] पशुचारण और ईंधन लकड़ी एकत्रित करना। 


7. इनमें से कौन -सा संरक्षण तरीका समुदायों की सीधी भागीदारी नहीं करता ?

क. संयुक्त वन प्रबंधन 

ख. चिपको आंदोलन 

ग. बीच बचाओ आंदोलन 

घ. वन्य जीव पशुविहार का परिसीमन 

उत्तर -  [ घ ] वन्य जीव पशु विहार का परिसीमन। 


8. अमेरिका नागरिक का औसत संसाधन उपभोग  एक सोमाली नागरिक के औसत उपयोग से कितने  गुना ज्यादा है। 

उत्तर - 40 


9. मानस बाघ रिजर्व कहाँ स्थित है ?

उत्तर - असम में 


10. सुन्दर वन राष्ट्रीय उद्यान किस राज्य में है ?

उत्तर - पश्चिम बंगाल 


11. सरिस्का वन्य जीव पशु विहार किस राज्य में स्थित है ?

उत्तर - राजस्थान 


12. वृक्षारोपण को प्रोत्साहित देने का कार्यक्रम प्रमुख रूप  सा है ?

उत्तर - सामाजिक वानिकी 


13. निम्नलिखित प्राणियों / पौधों का उनके अस्तित्व के वर्ग से मेल करें ?

उत्तर - 

जानवर /पौधे          -           अस्तित्व वर्ग 

> काला हिरण  -        संकट ग्रस्त 

> एशियाई हाथी  -        सुभेद्य 

> अंडमान जंगली सुअर  -       स्थानिक 

> हिमालयन भूरा भालू -        दुर्लभ 

> गुलाबी सिर  वाली बतख -     लुप्त 



14. चीता किस गति से दौड़ सकता है

उत्तर - 112 कि.मी. प्रति घंटा 


15. वन उत्पादन हैं जिन पर दूसरे सभी जीव निर्भर करते हैं 

उत्तर - प्राथमिक 


16. आरक्षित वन कितने भाग या प्रतिशत है 

उत्तर - 54. 4 या आधा भाग में 




> निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 30 शब्दों में दीजिए ?

1. जैव विविधता क्या है ? यह मानव जीवन के लिए क्यों महत्वपूर्ण है ?

उत्तर - पृथ्वी के किसी भी स्थान पर पाए जाने वाले जीव और पौधे ,वहाँ के पर्यावरण व पारितंत्र में आपसी संबंध बनाकर रहते है , जिसे जैव विविधता कहा जाता है। 

एडवर्ड ओ. विल्सन को जैव विविधता का जनक कहा जाता है। सरल शब्दों में वन एवं जीव जंतु की उपस्थिति को जैव विविधता कह सकते हैं। 

जैव विविधता के कारण मानव को अनेक प्रकार की आवश्यकता की वस्तुएँ प्राप्त होती हैं जिसमे उनका अस्तित्व पृथ्वी पर बना हुआ है। अतः जैव विविधता मानव जीवन  अत्यंत महत्वपूर्ण है। 


2.विस्तार पूर्वक बताएँ की मानव क्रियाएं किस प्रकार प्राकृतिक वनस्पति जात और प्राणिजात के ह्रास के कारक हैं ? 

उत्तर -  मानव क्रियाएँ निम्न प्रकार प्राकृतिक वनस्पतिजात और प्राणि जात के ह्रास के कारण हैं -

1. मानव ने अपने जीवन यापन के लिए वनों को काटा। जंगलों की अंधांधुंध कटाई के कारण जैवमंडल का संतुलन बिगड़ गया है। 

2. निरंतर वनों के ह्रास  के कारण और भूमि पर से वनस्पति को हटाकर मानव द्वारा कुछ विशेष प्रकार की फसलें उगाने  से वनस्पति की विविधता समाप्त होती  रही है। 

3. वायु और जल प्रदुषण के कारण  पेड़ पौधों की कई प्रजातियां विलुप्त हों गई क्योंकि प्रदूषित वायु और जल उनके अनुकूल नहीं होता। 

4. मनुष्य जाति  सर्वभक्षी है क्योंकि वह न केवल वनस्पति अपितु पशु उत्पाद भी भोजन के रूप में खाता है। मानव द्वारा अंधाधुंध शिकार करने की प्रकृति के फलस्वरूप पशु पक्षियों की कई जातियों पूर्णतया विलुप्त हो गई  हैं और कुछ विलुप्त प्रायः हैं। 

5. मानव अपनी जनसंख्या  में इतनी तीव्र गति  वृध्दि की है ,जिसे बहुधा विनाश का पर्याप्त माना जा सकता है।

 

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> निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर लगभग 120  शब्दों में दीजिए। 

1. भारत में विभिन्न समुदायों ने किस प्रकार वनों और वन्य जीव संरक्षण और रक्षण  में योगदान किया है ? विस्तारपूर्वक विवेचना करें। 

उत्तर - वन संरक्षण की नीतियां हमारे देश में कोई नई बात नहीं है हम आमतौर पर इस बात से अनजान हैं कि वन  हमारे देश में कुछ मानव प्रजातियों के आवास भी हैं 

भारत के कुछ क्षेत्रों में तो स्थानीय समुदाय सरकारी अधिकारियों के साथ मिलकर अपने आवास स्थलों के संरक्षण में जुड़े हैं क्योंकि इन्हीं से ही दीर्घकाल में उनकी आवश्यकताओं की पूर्ति हो सकती है 

सरिस्का बाघ रिजर्व में राजस्थान के गांव के लोग अन्य वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत वहां से खनन कार्य बंद करवाने के लिए संघर्षरत है 

कई क्षेत्रों में तो लोग स्वयं वन्यजीव आवासों की रक्षा कर रहे हैं और सरकार की ओर से हस्तक्षेप भी स्वीकार नहीं कर रहे हैं 

राजस्थान के अलवर जिले में 5 गांव के लोगों ने तो 1200  हेक्टेयर वन भूमि भैरोंदेव डाकव  'सेंचुरी' घोषित कर दी है 

जिससे अपने नियम कानून है जो शिकार वर्जित करते हैं तथा बाहरी लोगों की घुसपैठ से यहां के वन्य जीवन को बचाते हैं

हिमालय में प्रसिद्ध चिपको आंदोलन कई क्षेत्रों में वन कटाई रोकने में भी कामयाब नहीं रहा अपितु यह भी दिखाया कि स्थानीय पौधों की जातियों को प्रयोग करके सामुदायिक वनीकरण अभियान को सफल बनाया जा सकता है। 

भारत में संयुक्त वन प्रबंधन कार्यक्रम क्षरित वनों के प्रबंधन एवं पुनर्निर्माण में स्थानीय समुदायों की भूमिका के महत्व को उजागर करते हैं। 


2. वन और वन्य जीव संरक्षण में सहयोगी रीति-रिवाजों पर एक निबंध लिखिए ?

उत्तर - प्राकृतिक की पूजा सदियों पुराना जनजाति विश्वास है जिसका आधार का प्रकृति  की हर रूप में रक्षा करना है इन्हीं देशवासियों ने विभिन्न वनों को मूल और कौमार्य रूप में बचा कर रखा है। 

कुछ समाज कुछ विशेष पेड़ों की पूजा करते हैं और आदि काल में से इनका संरक्षण करते आ रहे हैं छोटानागपुर क्षेत्र मुंडा और संथाल जनजाति महुआ और कदंब  के पौधों की पूजा करते हैं। 

उड़ीसा और बिहार की जनजातियां शादी के दौरान इमली और आम के पेड़ की पूजा करते हैं। 

आमतौर पर झरनों पहाड़ी चोटियों पेड़ों और पशुओं को पवित्र मानकर इनका संरक्षण किया जाता है। 

बहुत से व्यक्ति पीपल और वट वृक्ष को पवित्र मांग कर पूजा अर्चना करते हैं। 

मंदिर के आसपास अक्सर बंदर और लंगूर पाए जाते हैं उपासक उन्हें खिलाते पिलाते हैं और मंदिर के भक्तों में गिनती करते हैं। 

राजस्थान में बिश्नोई गांव के आसपास काले हिरण ,चिंकारा , नीलगाय और मोरों के झुंड पाए जाते हैं जो वहां के समुदाय का अभिन्न हिस्सा है और कोई उनको हानि नहीं पहुंचाता है। 

इस तरह भारतीय समाज में अनेकों संस्कृति या हैं और प्रत्येक स्थिति में प्राकृतिक और इसकी कृतियों को संरक्षित करने के लिए अपने अपने पारंपरिक तरीके हैं। 


अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न - 

1. आरक्षित वन क्या हैं 

उत्तर - ऐसे क्षेत्र जिनमें वनों को पूर्ण सुरक्षा निहित है आरक्षित क्षेत्र कहलाते हैं 

इनके अंतर्गत पर्यावरण के दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण वनों को रखे जाते हैं इन वनों को सरकारी संपत्ति माना जाता है 

तथा इनका प्रबंधन प्रशासन द्वारा सुनिश्चित ढंग से किया जाता है

 आरक्षित वनों में लकड़ी काटना पशु चारण तथा आवागमन पूर्णता प्रतिबंधित होता है देश के कुल क्षेत्रफल लगभग 54.4% भाग वनों के अंतर्गत आता है। 


2. रक्षित वन क्या है तथा रक्षित वन किन किन राज्यों में है 

उत्तर - रक्षित वन  या संरक्षित वन से आशय उन क्षेत्र से है जिनका प्रबंधन शासकीय देखरेख में तो होता है 

किंतु नियम कानून अधिक कठोर नहीं होते हैं इन वनों के अंतर्गत देश के कुल 29.2 % भाग शामिल है 

संरक्षित वनों में पशु चारण व आवागमन की अनुमति रहती है तथा विशेष परिस्थिति में प्रशासन अनुमति द्वारा पेड़ काटने की सुविधा भी वन निवासियों को रहती है। 

बिहार, हरियाणा, पंजाब, हिमाचल प्रदेश, उड़ीसा और राजस्थान के कुल वनों में रक्षित वनों का एक बड़ा अनुपात है। 


3. पारिस्थितिकी तंत्र से क्या तात्पर्य है

उत्तर - पारिस्थितिकी विज्ञान की वह शाखा है जिसके अंतर्गत समस्त जीवो तथा भौतिक पर्यावरण के मध्य उनके अंतर संबंधों का अध्ययन किया जाता है

पारिस्थितिकी तंत्र प्रकृति की क्रियात्मक इकाई है जिसमें जैविक तथा अजैविक घटकों के बीच होने वाले जटिल क्रियाएं सम्मिलित होती है। 

सामान्यता पारिस्थितिक पारंपारिक क्रिया से सम्मिलित होने वाली जीव मंडल के सभी संगठनों के समूह को  पारिस्थितिकी तंत्र कहा जाता है। 


4. अभ्यारण किसे कहते हैं

उत्तर - अभ्यारण्य राष्ट्रीय उद्यानों के समान ही होते हैं यह वन्य प्राणियों को संरक्षित और प्रजातियों को सुरक्षित रखने के लिए प्राकृतिक स्थान है यहां बिना अनुमति के शिकार करना मना होता है


5. केंद्रीय वन आयोग क्या है ?

उत्तर - केंद्र सरकार ने 1965 में केंद्रीय वन आयोग की स्थापना की इसका कार आंकड़ों व सूचनाओं को एकत्रित करना है 

तकनीकी सूचनाओं को प्रसारित करना बाजारों का अध्ययन करना और वन विकास में लगी संस्थाओं के कार्यों को समन्वित करना है! 


6. प्राकृतिक वनस्पति से क्या तात्पर्य है ?

उत्तर - प्राकृतिक रूप से मानव के हस्तक्षेप के बिना उगने वाले पेड़ पौधों को प्राकृतिक वनस्पति कहते हैं। 


7. उन वन्य प्राणियों के नाम लिखिए जो अब विलुप्त होने के कगार पर है

उत्तर - काला हिरण, मगरमच्छ, भारतीय जंगली गधा, गैंडा, शेर पूंछ वाला बंदर, शंघाई मणिपुरी हिरण आदि वन्य प्राणी अभियुक्त होने के कगार पर है। 


8. भारत में जैव विविधता को कम करने वाले कारकों को बताइए ?

उत्तर - भारत में जैव विविधता को कम करने वाले कारकों में वन्यजीवों के आवास का विनाश जंगली जानवरों को मारना वह आखेटक पर्यावरण प्रदूषण व विषक्तिकरण  और दावानल आदि शामिल है। 

पर्यावरण विनाश के अन्य मुख्य कारकों में संसाधनों का असमान वितरण व उनका असमान उपभोग और पर्यावरण के रखरखाव की जिम्मेदारी में असमानता शामिल है। 

आमतौर पर विकासशील राष्ट्रों में पर्यावरण विनाश का मुख्य दोषी अत्यधिक जनसंख्या को माना जाता है। 


9. भारत में वनों को कितने वर्गों में बांटा गया है ?

उत्तर - भारत में वनों को निम्नलिखित वर्गों में बांटा गया है

1. आरक्षित वन - अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न का पहला प्रश्न देखें

2. रक्षित वन - अन्य महत्वपूर्ण प्रश्न में दूसरा नंबर देखें

3. अवर्गीकृत - अन्य सभी प्रकार के वन और बंजर भूमि जो सरकार व्यक्तियों और समुदाय के स्वामित्व में होते हैं अवर्गीकृत वन कहलाते हैं इन वन हुए पशु चारण वन काटने तथा आवागमन की सुविधा होती है। 


10. वन पर्यावरण के महत्वपूर्ण अंग है इस कथन को स्पष्ट कीजिए ?

उत्तर - वनों एवं पर्यावरण में घनिष्ठ संबंध है यह निम्न तथ्यों से स्पष्ट है 

वन वायुमंडल को शुद्ध रखते हैं और वायु प्रदूषण को कम करते हैं 

वह वायुमंडल को आक्सीजन प्रदान करते हैं व वायु के तापमान को बनाए रखते हैं जिससे वर्षा होती है 

वन जलवायु को सम रखते हैं 

वह जल  के बहाव  को रोकते जिससे भूमि कटाव रुक जाता है तथा मृदा अपरदन कम होता है। 





11.वन्य प्राणी संरक्षण क्यों आवश्यक है वन्य प्राणी संरक्षण के उपाय बताइए!

उत्तर - वनों के साथ-साथ वन्यजीव मानव  के लिए महत्वपूर्ण संसाधन है वन्य जीवो में मांस, खाल, हाथी दांत आदि प्राप्त होते हैं 

वन संसाधन मानव के मानव ने वन्य प्राणियों का भी बेदर्दी से विनाश किया है जिसमें वन जीवों का अस्तित्व खतरे में पड़ गया है 

बाघ सिंह, हाथी, गैंडा आदि की संख्या निरंतर कमी आ रही है आने वाले कुछ ही वर्षों में वन्य प्राणियों की कुछ प्रजातियों को पूर्णता लुप्त होने का खतरा है 

इस प्राकृतिक धरोहर को भावी भावी पीढ़ियों तक ज्यों का त्यों पहुंचाना प्रत्येक नागरिक का धर्म और कर्तव्य है। 

इस  लिए वन्यजीव प्राणियों को उनके मूल प्राकृतिक स्वरूप में पनपने देने के लिए वन्य जीवों का संरक्षण अनिवार्य है। 


> वन्य प्राणी संरक्षण के उपाय - 

 - वन्य प्राणियों के संरक्षण हेतु निम्नलिखित प्रयास किए जा सकते हैं

वन्य जीवो के प्राकृतिक आवास को बिना हानि पहुंचाए नियंत्रित करना 

वन्यजीवों के शिकार पर पूर्णता प्रतिबंध लगाना 

वन्य क्षेत्रों में जैव मंडल रिजर्व की स्थापना करना लुप्त हो रहे जीवो को पुनर्स्थापन के लिए राष्ट्रीय पार्क अभ्यारण की स्थापना करना 

वन्यजीवों के प्रबंधन की योजनाओं को ईमानदारी से लागू करना 

वन्यजीवों के प्रति लोगों की मानसिकता में परिवर्तन हेतु शिक्षा और जागरूकता का विकास करना। 


12.भारत में बाघ संरक्षण परियोजना हेतु प्रमुख उदाहरण दीजिए!

उत्तर - उत्तराखंड - कार्बेट राष्ट्रीय उद्यान 

मध्य प्रदेश -  बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान 

राजस्थान - सरिस्का वन्य जीव पशु विहार

 पश्चिम बंगाल - सुंदरवन राष्ट्रीय उद्यान 

केरल - पेरियार बाघ रिजर्व 

असम -   मानस बाघ  रिजर्व 

गुजरात - गिर राष्ट्रीय उद्यान 


संसाधन एवं विकास, समकालीन भारत  कक्षा 10वीं NCERT सार , resource or development


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