जीवन में अनुशासन का महत्व, importance of discipline in life, अनुशासन पर निबंध, discipline essay in hindi launguage

  जीवन में अनुशासन का महत्व - importance of discipline in life 

अनुशासन पर निबंध ,discipline essay in hindi launguage  - 

- अनुशासन पर निबंध कैसे लिखे -


> प्रस्तावना -


मानव जीवन तथा संसार नियमों में वृद्धि है यह नियम विभिन्न प्रकार के होते हैं 

जैसे- प्राकृतिक सामाजिक आर्थिक धार्मिक और राजनैतिक इन नियमों का पूर्ण रुप से पालन करना ही अनुशासन कहलाता है





> जीवन और अनुशासन - life and discipline 

- जीवन में  अनुशासन का महत्त्व - 


जीवन और अनुशासन वास्तव में एक ही है इन दोनों में बड़ा ही घनिष्ट संबंध है 

अनुशासन जीवन में निर्माण परम सहायक होता है अनुशासन हीनता जीवन की सर्वत्र जिंदा होती है 

ऐसा जीवन नर्कीय कहलाता है अनुशासन में एक दैनिक बल और अद्भुत शक्ति होती है 

अनुशासन सफल जीवन का सोपान है इसलिए मानव जीवन में अनुशासन का महत्वपूर्ण स्थान है

जीवन की सफलता का रहस्य अनुशासन में निहित है। 


> अनुशासन की आवश्यकता - Discipline needed


अनुशासन की मानव जीवन में महती आवश्यकता है सामाजिक तथा राजनैतिक नियमों के पालन से देश और समाज का कल्याण संभव है 

यदि सभी व्यक्ति नियमों का की अव्हेलना करने लगे तो घर समाज और देश के कार्य कभी पूरे नहीं हो सकते हैं 

और जीवन भर भार बन जाएंगे और इस दोष का निराकरण नहीं किया गया तो शीघ्र ही क्रांति होगी। 

अनुशासन चरित्र विकास का साधन और एकता का निर्माण कर्ता है। 

अनुशासन के पालन से आत्म कल्याण के साथ-साथ लोक कल्याण भी होता है। 


> शिक्षा और अनुशासन - Education and Discipline -

- शिक्षा में अनुशासन का महत्व -


शिक्षा और अनुशासन दोनों एक दूसरे के पूरक है। शिक्षा में अनुशासन के कारण ही सोने में सुगंध उत्पन्न हो उठती है। 

अनुशासन शिक्षा ,देश, जाति, और समाज का कल्याण करता है। शिक्षा का प्रमुख उद्देश्य मानव की बाहरी तथा आंतरिक शक्तियों का पूर्ण विकास करना है। 

यह विकास अनुशासन से ही संभव है अनुशासन हीन व्यक्ति कभी सम्मान और सफलता नहीं पा सकता है।  

अनुशासन ही जीवन को जीने लायक बनाता है। 


> अनुशासन और छात्र - Discipline and student -

- छात्र जीवन में अनुशासन का महत्व - 


अनुशासन जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में आवश्यक विद्यार्थी जीवन में अनुशासन ही विशेष आवश्यक है। 

क्योंकि विद्यार्थी जीवन में ही मानव जीवन की आधारभूत नींव का निर्माण होता है। 

अनुशासन बाहर से नहीं थोपना चाहिए बल्कि दूसरों में अनुशासन का भाव जागृत करना चाहिए। 

इसके अनुसार उनके पाठ्यक्रम में नैतिक शिक्षा अनिवार्य कर दी गई है।  

इसके अंतर्गत उनको महापुरुषों के आदर्श चरित्र संतो के उपदेश शिक्षाप्रद कथाएं और धार्मिक प्रवचन आदि की शिक्षा देनी चाहिए। 

अध्यापकों एवं अभिभावकों का चरित्र एवं कृतित्व इस दिशा में पर्याप्त प्रभावी सिद्ध हो सकता है। 


> उपसंहार -


अनुशासन का जीवन में बड़ा महत्व है भूत एवं वर्तमान में जिन देशों और जातियों में विषय विजय प्राप्त की है 

उसका एक मात्र कारण उनका अनुशासन अनुशासित जीवन और व्यवस्था रही है। 

सिकंदर महान की विजय बाबर का मुगल राज्य स्थापित करना और अंग्रेजों का भारत पर राज्य करना केवल उनकी अनुशासित सेना और अनुशासित जीवन का ही प्रतिफल है। 

भारतीय पराधीनता का एक प्रमुख कारण अनुशासन की कमी थी। 

भारत-पाक युद्ध में भारत को सफलता का श्रेय अनुशासन को ही जाता है इसलिए हमें जीवन में अनुशासन का पालन करना चाहिए। 


> अनुशासन के प्रकार, अनुशासन कितने प्रकार के होते हैं। 


> आत्मारोपित अनुशासन 

> कार्य आरोपित अनुशासन 

> प्राकृतिक अनुशासन

> व्यावसायिक अनुशासन 

> दमनात्मक अनुशासन 

> शिक्षक द्वारा आरोपित अनुशासन 

> समूह-आरोपित अनुशासन 

> अधिकारिक अनुशासन 

> सामाजिक अनुशासन 

> वैयक्तिक अनुशासन

> प्रभावात्मक अनुशासन 

> मुक्तयात्मक अनुशासन


> Types of Discipline What are the types of Discipline


> self-imposed discipline

> work imposed discipline

> natural discipline

> professional discipline

> repressive discipline

> teacher-imposed discipline

> group-charged discipline

> official discipline

> social discipline

> personal discipline

> effective discipline

> free discipline



share - follow - comments - share - follow ....... thank you  

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ