मध्य प्रदेश के विश्व धरोहर स्थलों का विवरण popular heritage tourism places in madhya pradesh updated 2021 mppsc mains exam

 मध्य प्रदेश  के विश्व धरोहर स्थलों  संक्षेप मे विवरण दीजिए। 

popular heritage tourism places in madhya pradesh / विश्व विरासत सूची 2021 

>  खजुराहो 

> साँची के स्तूप 

> भीमबेटका 

> ग्वालियर 

> ओरछा 


भारत का ह्रदय प्रदेश कहे जाने वाला मध्य प्रदेश ऐतिहासिक धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन स्थलों की दृष्टि से समृद्ध राज्य है। 1 नवंबर 1956 राज्य पुनर्गठन के बाद मध्य प्रदेश लगातार पर्यटन व टूरिज्म को विकसित एवं प्रोत्साहित  करने का कार्य किया है 

क्षेत्रफल की दृष्टि से  मध्य प्रदेश का दूसरा सबसे बड़ा राज्य है पर्यटन एवं विश्व धरोहर की दृष्टि से महत्वपूर्ण राज्य है। 

चारों ओर बिखरी हुई प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों को आकर्षित करने की क्षमता रखती है,प्रदेश के पाँच स्थल विश्व धरोहर सूची में अंकित है दो विश्व धरोहर शहर ग्वालियर ,ओरछा हाल ही मे दिसंबर 2020 में विश्व विरासत शहर  की सूची में शामिल किया गया। UNESCO द्वारा विश्व धरोहर स्थल का टैग सांस्कृतिक ऐतिहासिक तथा भौगोलिक महत्त्व के लिए दिया जाता है। 




1. खजुराहो - khajuraho 

मध्य प्रदेश  के छतरपुर जिले में स्थित खजुराहो प्राचीन एवं मध्यकालीन मंदिर के लिए विश्व विख्यात है। चंदेल राजाओं ने 950 - 1050 ई. के मध्य इन मंदिरों  का निर्माण करवाया था। 

यहाँ के मंदिर मध्ययुगीन भारत की शिल्पकला एवं वास्तुकला के सर्वोत्कृष्ट नमूने है जिसके कारण 1986 में शामिल किया गया ,कंदरिया महादेव 64 योगिनी मंदिर ,चतुर्भुज मंदिर और पाशर्वनाथ मंदिर आदि प्रमुख है। 

खजुराहो मंदिर का संबंध वैष्णव धर्म शैव धर्म व जैन धर्म से है। प्रारंभ में इनकी मंदिरो संख्या 85 थी ,जो वर्तमान में 25 रह गई है। 

अन्य दर्शनिक स्थल - चित्रगुप्त मंदिर ,मांतगेश्वर मंदिर ,लक्ष्मण मंदिर ,आदिनाथ मंदिर ,दूल्हादेव मंदिर 

खजुराहो में एक मात्र सूर्य मंदिर है जिसका नाम चित्रगुप्त है। 

2. साँची के स्तूप - sanchi stupa 

साँची के स्तूप, भोपाल से 45 KM. दूरी पर रायसेन जिले मे स्थित है। साँची को प्राचीनकाल मे काकानाया तथा बौद्धश्री पर्वत के नाम से जाना जाता है। स्थित स्मारकों का निर्माण तृतीय शताब्दी ई.पू. तक लगातार जारी रहा , यहाँ तीन स्तूप है जिनका निर्माण सम्राट अशोक द्वारा कराया गया। 

विशाल क्रमांक एक जो 36.5 मीटर की परिधि तथा 16.4 मीटर की ऊँचाई वाला भव्य निर्माण है ,प्राचीन भारतीय स्थापत्य कला  की अनुपम कृति है। स्तूप  चारो ओर रेलिंग का निर्माण शुंग शासको द्वारा कराया गया।  

यहाँ अभि 2012 में बौद्ध विश्वविद्यालय की स्थापना की गई। साँची के स्तूप को वर्ष 1989 में विश्व धरोहर सूची मे शामिल किया गया। 

अन्य दार्शनिक स्थल - बौद्ध बिहार ,अशोक स्तंभ महापात्र ,गुप्तकालीन मंदिर तथा संग्रहालय यहाँ के दार्शनिक स्थल है। 




3. भीमबैठका - bhimbetka 

ये गुफा भोपाल से 46 km. दूर दक्षिण मे रायसेन जिले के अब्दुल्लागंज तहसील में स्थित है। जिसकी खोज 1957 में पुरातात्विक विष्णु वाकणकर ने की  थी। 

इस गुफा को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण भोपाल मंडल ने 1990 में राष्ट्रीय महत्त्व स्थल घोषित किया। इसके बाद जुलाई 2003 में UNESCO ने इसे विश्व धरोहर घोषित किया।

 यहाँ नव पाषाण युग की 500 से अधिक गुफाएँ पायी गयी है। 

> 2020 में दो अन्य विश्व विरासत शहर UNESCO द्वारा घोषित - 

4. ग्वालियर - gwalior 

ग्वालियर शहर की स्थापना 8 वीं सदी में सूरजसेन नामक सरदार ने की तथा इस शहर का नामकरण एक महान संत ग्वालिया [गालव ऋषि ]के नाम पर किया गया। 

ग्वालियर के विशाल दुर्ग में पाँच द्वार है। ग्वालियर दुर्ग में बादल महल ,गुजरी महल ,सास बहु का मंदिर [ सहस्त्रबाहु मंदिर ] चतुर्भुज मंदिर ,तेली का मंदिर [तेलंगाना मंदिर ]आदि दार्शनिक स्थल है। 

11 वीं सदी में राजा महिपाल द्वारा सास -बहु के मंदिर का निर्माण करवाया गया, ग्वालियर के किले में मध्य प्रदेश का सबसे बड़ा  गुरुद्वार 'दाता बंदी छोड़ ' अवस्थित है। 

ग्वालियर का मध्य प्रदेश के साथ भारत के ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्त्व को अपने मे अपने मे सजोए हुए है। इसी कारण unesco ने दिसंबर 2020 मे विश्व विरासत शहर घोषित किया। 

5. ओरछा - orchha 

ओरछा राज्य की स्थापना 16 वीं सदी में बुंदेला राजपूत रुद्रदामन ने की थी ,ओरछा के प्रांगण में अनेक छोटे मकबरे और स्मारक  हैं। इनमें से प्रत्येक  रोचक इतिहास है। मध्य काल की यह प्रसिद्ध ऐतिहासिक नगरी है। ओरछा के पास से ही बेतवा नदी अपना तट बनाती है। 

ओरछा धार्मिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है। उल्लेखनीय है कि ओरछा अकेला ऐसा स्थान है जहाँ पर राम की एक राजा के रूप में पूजा की  जाती है। 

दर्शनिक स्थल - जहाँगीर महल , राजमहल ,राय प्रवीण महल, रामराजा मंदिर ,चतुर्भुज मंदिर ,लक्ष्मीनारायण मंदिर ,फूल बाग आदि। 



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- कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न - इन्हें भी जरूर देंखे। 




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कुछ महत्वपूर्ण प्रश्न mcq - people also ask 

> भीमबैठका की गुफाएँ किस जिले में स्थित है।

 - रायसेन में 

> भीमबैठका कहाँ है 

- रायसेन जिले के अब्दुल्लागंज में 

> भीमबैठका की गुफा किस प्रदेश में हैं 

- मध्य प्रदेश में 

> भीमबैठका की खोज किसने की 

- श्री विष्णु वाकणकर 

> भीमबैठका को विश्व धरोहर की सूची में कब शामिल किया गया। 

- वर्ष 2003 में 

> खजुराहो किस जिले में है - 

छतरपुर जिले में 

> खजुराहो मंदिर कितने वर्ष पुराने है 

- 950 -1050 ई. में निर्माण हुआ 

> साँची के स्तूप किस लिए प्रसिद्ध हैं 

- अपने प्राचीन स्मारकों को एवं बुद्ध के जीवन से ली गई घटनाओं और उनके पिछले जन्म की बातों का सजावटी चित्रण है। 

> साँची को कब विध्व धरोहर की सूची में शामिल ककिया गया था

 - वर्ष 1989 में 

> खजुराहो को कब विश्व धरोहर की सूची में शामिल किया गया था 

- वर्ष 1986 में UNESCO द्वारा

> मध्य प्रदेश में कितने विश्व धरोहर स्थल हैं

 - 3+2=5 पहले 3 थे खजुराहो, सांची, भीमबेठका वर्तमान मे दिसंबर 2020 मे दो अन्य स्थल को शामिल किया गया है ग्वालियर और ओरछा को!

> ओरछा को यूनेस्को मे कब शामिल किया गया -

- दिसंबर 2020 मे 

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