भजन
मेरे राम मेरे राम
रखता हूँ प्रभु एक ही आश
जय श्री राम जय श्री राम
रहता हैं वो मेरे ही पास
एक झलक थी तेरी,मेरे पास
बस ही गए प्रभु तुम ह्रदय अपार
कहा ढूडु तुमको मेरे राम
तुम मिलते हो जब चारो धाम
माया का एक बंधन राम
राम से बड़ा राम का नाम
तुम तो थे बस मेरे ही पास
रखना तु भी एक ही आश !!
सब आशो की आश है राम
सब प्यासो की प्यास है राम
हर मौज से ऊँची मौज है राम
हर संकट का संरक्षक है राम
रखना तू भी बस एक आश
वो मिलेगा तेरे ही पास !!
किस चिंता में है मेरे यार
जब चिंता मणि है तेरे ही पास
आँख खोल मन से विचार
प्रेम में डूब जा राम हैं खाश
उसकी रची सृष्टि सारी
उसकी रचना एक समान
रखना बस तू एक ही आश !!
मुक्ति का मार्ग है राम
जैसा चाहे ले ले नाम
धन्य धन्य है सबके भाग
राम हैं अपने कृपा निधान
उसकी सत्ता सबसे महान
सबकी आश में बसते मेरे राम
वो मिलेगा हर दम तेरे ही पास
रखना प्यारे तू बस एक आश
राम ही इस जीवन में सबसे खाश !!
मेरे राम मेरे राम
रचनाकार -प्रयाग तिवारी [आत्मपूर्ण ]
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