वर्तमान ही ज़िंदा है वर्तमान ही सफल | हिंदी लेख chinta kyo hoti hai, chinta kyon satati hai




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वर्तमान ही ज़िंदा है वर्तमान ही  सफल। ..
भविष्य में उलझी है क्यों युवाओ की ज़िंदगी  !!
दोस्तो ..वर्तमान की ताकत को कौन नहीं जनता है सभी लोग वर्तमान पर की ज़िंदा होते है वर्तमान present  पर ही काम करते है जो करने योग्य है जो हमारे पास आज है वो सिर्फ वर्तमान ही है तो यदि मै कहु की वर्तमान present ही मौज है तो गलत नहीं होगा। . .
यदि हम आज को छोड़ दे तो शायद हमारे पास कुछ न बचे कल का अस्तित्व ही न रहे 
दोस्तों हम उलझे ही आज इस लिए क्यों की हमारा वर्तमान अस्त व्यस्त है हम अपने वर्तमान present के साथ सही न्याय नहीं कर पा रहे हैं हम अपने आज का न तो सही, न ही पूर्ण उपयोग कर पा रहे है हम आज को जी ही नहीं पा  रहे है बस जीवन कट रहा है जैसे कोई फालतू मजबूर हो कर बस जीवन काट रहा हो !कुछ ऐसा महसूस भी होता है  
आपका वर्तमान लगभग दुःखी  ही होगा इस लिए आप उलझन और कस्मकस से गुजर रहे होंगे सच में ऐसे में जीवन और कैरियर रुक सा जाता है मन एक अलग ही दुनिया मे  खोने लगता है खुद से यहाँ तक की घर परिवार से भी मोह हट जाता है !धीरे धीरे हम अवसाद डिप्रेशन की ओर बढ़ जाते है फिर जो आगे होता वो आज समाज की घटनाए सब हूबहू बयां कर देती है  

वर्तमान इतना दुःखी  क्यों -दोस्तों हम अपने वर्तमान को खुद से ख़राब करते जाते है हम आज को समझते ही नहीं उसका मूल्यांकन ही नहीं करते बस जीवन धारा समझ कर बहने देते है !
अब समस्या ये होती है हम आज को नष्ट कर देते है मैंने अपने ऐसे ही कई मित्रो को मिलता हूँ जो आज दुःखी  है और उस दुःख के पीछे जाने क्या क्या गलत कदम उठाते है भले वो तरीका अस्थाई ही क्यों न हो उस दुःख से उबरने का ! 
अब बात करे दुःख क्यों क्योकि दोस्तों हम अधिक से अधिक समय अपना समय भविष्य की कल्पनाए बुनने में बिताते है भविष्य के टेढ़ी मेढ़ी लकीरे अपने मन मस्तिष्क में बुनते रहते है भविष्य की इतनी चिंता की आज को भूल ही जाते है कभी मैंने भी खुद को ऐसे ही पाया था! 
हम भविष्य की चिंताओं से ऐसे कांपते है जैसे बस हमारी हस्ती ही मिटने वाली है और आप गौर करना अपनी ही आस पास की दिनचर्या पर हम अधिक से अधिक वो काम करते है जिनका सीधा मतलब भविष्य से उसकी सुरक्षा से है  हम ऐसी ऐसी बेकार आशंकाओं से घिरे रहते है जिसका कोई अर्थ नहीं होगा आशंका जिसका सीधा मतलब कुछ भी मनगढ़ंत कहानिया अपने मन में लाना और उस परिणाम से खुद ही आतंकित रहना 

भविष्य में यदि हम नहीं होते तो हमारा मन निश्चित ही अतीत पर जी रहा होता है हम लगा तार अतीत की घटनाओ को ले कर खुद ही दुःखी होते रहते है अतीत में हुए कोई दुखद घटना को मन मस्तिष्क में ऐसे लेते है की बस सारा समय उसी को लेकर उसकी ही सोच पर हम दुखी रहते है और मुख्य करण अतीत में होना या जीना है और कुछ नहीं ,वर्तमान में न होना न ध्यान देना कोई रिश्तो को लेकर कोई परिवार को ले कर कोई नौकरी कोई संपत्ति कोई स्वास्थ्य और कितने अनेक अनेक ऐसे ही घिरे है 
देखने वाली बात ये है की वर्तमान को बिगाड़  कर हम या तो भविष्य की आशंका य अतीत का रोना के कर बैठे होते है इससे न तो भविष्य सुधरने वाला है न ही अतीत का दुःख या कष्ट कम होने वाला है और ज्यादा इन पर सोचने से हमारी उलझन और भी बढ़ जाती  है इसी तरह हम हर दिन और भी खुद को दुःखी या जकड़न में जकड़े हुए पाते  है और वर्तमान उलझा दुःखी दिखाई देता  है 

कैसे निकले भविष्य की आशंकाओं से व अतीत के जाल से - दोस्तो अब सावल कैसे निकले भविष्य की आशंकाओं के इस जकड़न से इसका कोई जादुई फार्मूला तो मिलेगा नहीं न ही ऐसा कोई दावा किया जा सकता है पर अगर कुछ बातो का ध्यान रखा जाए तो निश्चित ही हम इस समस्या से निकल सकते है इस तरह इन बिन्दुओ पर ध्यान दे कर जो कुछ इस तरह के है 



१. वर्तमान यानि आज पर ही पूरा ध्यान केंद्रित करे.. देखे की अभी आप क्या कर रहे है 
२. भविष्य की चिंता न कर आज अभी के हर मिनट की चिंता करे। . जवाव मांगे खुद से मैंने क्या किया इस समय 
३.आप अपनी कमियों को खोजे जो आज हो रही है ,भविष्य की नहीं आज की अभी की ,अपनी ताकत को जाने की आप क्या कर सकते हैं ये सब एक डायरी पर लिखे तब पता लग पाएगा जब अपने हर बात को लिख कर रखेंगे 
४. सुबह उठने से ले कर रात सोने तक अपनी दिनचर्या का मुल्यांकन करे उसे लिख कर समझे !
५. आज के दिन का हर एक घंटे का हिसाब मांगे खुद से !
 ६. अपनी स्थिति को बदले। .. अपने हाल से निकले और कही घूम कर आए 
 ७.रोज कुछ समय व्याम य कोई खेल खेले ,दोनों भी कर सकते है 
८ . अपने पुरे दिन में समय भले कुछ मिनट कुछ ऐसा  जो आप को पसंद हो उसे करे ,अपने अंदर की संकुचित झिझक को तोड़े!
 ९. कुछ एक्टिविटी में शामिल हो सकते है बेफिक्र हो कर संगीत सुने ,किताबे पढ़े ,कुछ भी लिखे भले डायरी ,अपनों के साथ बैठे दोस्तों से बात कर सकते है 
१०.आध्यात्मिक व ध्यान से खुद को बेहरत बना पाएगे ,कुछ भी क्रिएटिविटी करे 

इससे आपका मानसिक दवाव कम होगा और आप खुद  को सुलझे और हल्के पायगे 

अगर वर्तमान में आप अपने समय में 24 घंटे का सही काम, सही इस्तमाल कर गए तो भविष्य की चिंता थोड़ी कम होगी !आज आप अपना 80% 90% भी कर गए तो आपको आगे उतना ही परिणाम मिलेगा सोचो आज सही आज हम व्यस्त तो कल हमारा कामयाब दिन व्यस्त ,मस्त ही रहेगा !
मै बहुत से ऐसे  युवा दोस्तों से मिला जो अपनी पिछले 5 साल 6 साल की ज़िंदगी पर `वर्तमान` पर सही ध्यान सही FOCUS नहीं किया इस लिए वो आज कमरो में दफ्तरो में घुटते बैठे हैं और या तो  भविष्य की आशंका में घिरे है या अतीत की कमियों में ही खोय हुए है अब भी वो वही कर करे है चिंता कर ``वर्तमान`` को नष्ट और फिर आगे भविष्य की चिंता ही होने वाली है !इस  लिए वर्तमान को अच्छा से अच्छा बनाए !!

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पर आगे और विस्तार से रौशनी डालेंगे कृपया हमसे जुड़े रहे 
लेखक -प्रयाग तिवारी [आत्मपूर्ण ]

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