ज्वालामुखी क्या है क्रेटर ,काल्डेरा, क्या है धुँआरा|ज्वालामुखी के कितने प्रकार होते हैं|विश्व के प्रमुख ज्वालामुखी

 



क्या है ज्वालामुखी [volcano ]

ज्वालामुखी  का तात्पर्य मात्र उस छिद्र या जगह से है जिसके माध्यम से पृथ्वी के आंतरिक भाग में स्थित गरम लावा तथा अन्य पदार्थ धरातल के ऊपर आते है। और ऊपरी सतह पर फ़ैल जाता है। 


क्या है क्रेटर ,काल्डेरा-

ज्वालामुखी उद्गार से उसके मुख के आस पास शंक्वाकार रूप से निकले पदार्थ जे ज़मने के बाद जो गड्ढे की आकृति के रूप में उभरती है उसे भूगोल की भाषा में क्रेटर कहा जाता है। जब क्रेटर बड़े विस्तृत रूप में हो तो उसे काल्डेरा कहते है  या काल्डेरा की संज्ञा दी जाती है। 


क्या है धुँआरा -

ज्वालामुखी क्रिया से सीधे सम्बंधित छिद्र जिससे लगातार गैस वाष्प ,लावा निकलता है है और धुआँ करे उस क्रिया को धुँआरा करते है। 


ज्वालामुखी के कितने प्रकार होते हैं - How many types of volcanoes are there

ज्वालामुखी के मुख्यता तीन प्रकार के होते है 

सक्रिय ज्वालामुखी [active volcano ]

प्रसुप्त ज्वालामुखी [darmant volcano ]

शांत या मृत ज्वालामुखी [extict ,dead volcano ]


ज्वालामुखी का उदभेदन कितने रूपों मे होता है -

ज्वालामुखी  का उदभेदन दो रूपों में होता है। 

1. केंद्रीय उदभेदन [छिद्रनुमा ] - इसमें शंकु या गुम्बद का निर्माण होता है। ये विनाशकारी प्रकार के ज्वालामुखी होते है 

2. दरारी उदभेदन - कम उचाई के ज्वालामुखी का निर्माण होता है। 

भारत के दक्कन का लावा पठार ,ब्राजीज का पठार, कोलंबिया का पठार  दरारी उदभेदन का परिणाम हैं।  





विश्व के प्रमुख ज्वालामुखी कौन कौन से है -Which are the major volcanoes of the world -


विश्व में अनेको ज्वालामुखी है जिनमे से कुछ महत्वपूर्ण ज्वालामुखी [importent volcano ]इस प्रकार है -


माउन्ट एटना mount etna -यह इटली के सिसली जगह पर है और यह मिश्रित [सक्रिय ]प्रकार का ज्वालामुखी है 

स्ट्राम्बोली stramboli -यह ज्वालामुखी लिपारी द्वीप ,इटली में स्थित है। इसे भूमध्यसागर का प्रकाश स्तम्भ कहते है। यह एक प्रकार का सक्रिय ज्वालामुखी है 

माउंट एरेबस mount erebus -यह ज्वालामुखी अण्टार्कटिका में स्थित है। यह सक्रिय ज्वालामुखी है 

फ्यूजियामा fujiyama -यह जापान में स्थित है यह एक प्रकार का सुसुप्त /प्रसुप्त ज्वालामुखी है  

मेरापी merapi - यह इंडोनेसिया पर है। यह ज्वालामुखी सक्रिय है 

किलायू kilau  -यह हवाई usa में है यह एक सक्रिय ज्वालामुखी है 

माउंट कोटोपेक्सी mount cotopaxi - एण्डीज पर्वत ,इक्वाडोर में है। यह दुनिया का सबसे ऊंचा ज्वालामुखी है। 

 ओजस डेल -सलेडो ojas del -ये भी एण्डीज पर्वत ,अर्जेंटीना- चिली  में है। सर्वाधिक विस्तृत ज्वालामुखी। 

मोनलोआ monaloa -हवाई usa में स्थित। सबसे लम्बा ज्वालामुखी माना जाता है। 

विसुवियस -यह नैपल्स की खाड़ी ,इटली में है। यह प्रसुप्त /सुसुप्त ज्वालामुखी है 

नारकोण्डम - यह भारत के अंडमान निकोबार में स्थित है। यह प्रसुप्त ज्वालामुखी है। 

बैरन -यह भी अंडमान निकोबार में है। यह सक्रिय स्थिति में है। 

देवबंद -यह ईरान में है। और यह शांत स्थिति में ज्वालामुखी है 

चिम्बराजो - यह मध्य अमेरिका में है। यह भी शांत स्थिति में है 

पापो केतपेटल - यह मैक्सिको में है यह एक प्रकार का शांत ज्वालामुखी है  

कोह सुल्तान - यह ईरान में है। यह भी ईरान के देवबंद की तरह शांत ज्वालामुखी है 

मेयान- यह फिलिपिन्स में है। यह एक शांत ज्वालमुखी है 

समेरु - यह इंडोनेसिया में स्थित है। इसकी स्थिति सक्रिय पाई गई है 

अरारात -यह ज्वालामुखी अर्मेनिया में है। यह प्रसुप्त ज्वालामुखी में आता है।  

सांता मारिया - यह ग्वातेमाल में स्थित है यह प्रसुप्त ज्वालामुखी है। 


ज्वालामुखी से कौन कौन से पदार्थ निकलते है -What substances come out of the volcano -

गैसीय - 60-90 % ,जलवाष्प ,CO२ ,N२ ,SO२ 

ठोस - चट्टानी टुकड़े ,धूल ,महीन कण आदि 

तरल - मैग्मा जो की सतह पर आकर लावा कहलाता है 


ज्वालमुखी के कुछ महत्वपूर्ण तत्थ - some important elements of volcana -

भारत का बैरन एकमात्र सक्रिय ज्वालामुखी है जबकि नारकोण्डम  प्रसुप्त ज्वालामुखी है 

म्यांमार का पोप ज्वालामुखी प्रसुप्त है 

विश्व का सबसे बड़ा काल्डेरा जापान का `आसो` aso है। 

आस्ट्रेलिया महाद्वीप में कोई ज्वालामुखी नहीं है 

अम्लीय लावा गाढ़ा गहरा पीला होता है ,जबकि क्षारीय लावा पतला ,गहरा काला होता है। 

इंडोनेशिया का टोवा ,USA  की ओरेगन ,राजस्थान की  पुष्कर ,महाराष्ट्र की लोनार आदि काल्डेरा झीलों के उदहारण है 

जिस छिद्र से लावा निकलता है उस पीलेनुमा आकृति को क्रेटर [विवर ] कहते हैं और क्रिटेर का बड़ा रूप ही कोल्डेरा कहलाता है। 

ज्वालामुखी से झरने की तरह गर्म जलवाष्प का निकलना गेसर [सीजर ] कहलाता है। 

जापान को नित्पन कहते है  जिसका अर्थ है सूर्योदय का देश। 

जापान 4 द्वीप पर बसा है - होंशु ,होकेडो ,क्यूशू व शिकोकू। 

मकरान पर्वत ईरान के दक्षिण पूर्व में है


ज्वालामुखी के सम्बंधित कुछ उपयोगी प्रश्न -Some useful questions related to volcanoes

important fact jwalamukhi -


1. सबसे ज्यादा ज्वालामुखी कहाँ आते है 

उतर - विलरिका ,चिली में। 


2. सबसे ज्यादा ज्वालामुखी कहाँ पाए जाते है 

उतर - विश्व में सर्वाधिक ज्वालमुखी परि -प्रशांत पेटी [लगभग दो तिहाई ] में पाए जाते है 


3. ध्रूमो की घाटी की कहाँ पाई जाती है 

उतर - अलास्का [ USA ] के कटमई ज्वालामुखी क्षेत्र में दस हजार ध्रूमो की घाटी पाई जाती है। 


4. भारत में ज्वालामुखी क्रिया के प्राचीनतम प्रमाण कहाँ पर मिले। 

उतर - झारखण्ड के डालमा क्षेत्र में। 


5. सक्रिय ज्वालामुखी किसे कहते है। 

उतर - जिस ज्वालामुखी से लावा ,गैस आदि निरंतर निकलते रहते है। उन्हें सक्रिय या जाग्रत ज्वालामुखी कहते है। 


6. विश्व का सबसे ऊँचा सक्रिय ज्वालामुखी कौन सा है  

उतर - माउन्ट कोटोपैक्सी MOUNT COTOPAXI विश्व का सबसे सक्रिय ऊँचा ज्वालामुखी है। 


7. मृत ज्वालामुखी किसे कहते है 

उतर - ऐसे ज्वालामुखी जिनसे भू -गर्भित इतिहास के अनुसार काफी लम्बे समय से पुनः उद्गार नहीं हुआ है। `मृत` ज्वालामुखी कहलाते है। 


8. मृत ज्वालामुखी कौन कौन से है। 

उतर -अफ्रीका का किमंजारो ईरान का का देमबंद एवं कोहे सुल्तान। 


9. सुप्त ज्वालामुखी किसे कहते है 

उतर - ऐसे ज्वालामुखी जो उद्गार के बाद शांत पड़ जाते है परन्तु इनमे कभी भी उद्गार होने की संभावना रहती है। 


10. गर्म झरना क्या है और गरम झारन भारत में कहाँ पाए जाते है। 

उतर - एक ऐसा झरना जिसमे गर्म जल निरंतर निकले जल ज्वालामुखी के कारण निकलता है व  गरम होता है 

ऐसे झरनो को गर्म झरना करते है 

भारत में मुंगेर ,राजगीर ,हजारीबाग में पाए जाते है। 


 11. प्यूमिस क्या है 

उतर -इन चटटानी कणो का घनत्व जल से भी कम  होता है जिसके  कारण ये जल में तैरते हैं  


ज्वालामुखी उद्गार के कारण [  reasons for volcano  eruption ] -

ज्वालामुखी निकलने के कारण इस प्रकार है 

भूगर्भित तापमान से अधिक होने से चट्टानों का पिघलकर बहार आना। 

दबाव कम होना ,लावा का बहार आना ,भूगर्भ से लावा तथा गैस का धरातल पर प्रवाहित होना। 

गैस तथा जलवाष्प का बहार आना या उत्पति। 

प्लेट विवर्तनिकी के सिद्धांत के कारण ,प्लेटो का आपस में टकराना 

तापीय संग्रह केंद्र से तरंगो का लगातार ऊपर की ओर बहार आना। 

                         कुछ इन कारणों से ज्वालामुखी निकलता है 





कृपया हमें follow करे। ... यह महत्वपूर्ण जानकारी अपने दोस्तों में शेयर करे। 

अपनी प्रतिक्रिया comment box में लिखे।    धन्यवाद। 

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ